सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ और मौसम का बदलता मिजाज
उत्तर भारत के राज्यों में एक बार फिर मौसम का मिजाज तेजी से बदलने वाला है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, एक सक्रिय ‘पश्चिमी विक्षोभ’ (Western Disturbance) पहाड़ों पर दस्तक देने वाला है। इसके प्रभाव से पहाड़ी क्षेत्रों में भारी बर्फबारी और मैदानी राज्यों में बारिश की गतिविधियां देखने को मिलेंगी। वर्तमान में उत्तर प्रदेश और बिहार के कई इलाकों में घने कोहरे के कारण दिन के तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गई है। उत्तर प्रदेश में कोहरे को लेकर ‘रेड अलर्ट’ भी जारी किया गया है, जिसका असर अगले कुछ दिनों तक जनजीवन पर साफ तौर पर दिखाई देगा।
कोहरे का ‘ऑरेंज अलर्ट’ और शीतलहर का कहर
29 और 30 दिसंबर को पंजाब, हरियाणा, दिल्ली-एनसीआर, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और बिहार में बेहद घना कोहरा छाए रहने का अनुमान है, जिसके लिए मौसम विभाग ने ‘ऑरेंज अलर्ट’ जारी किया है। इसके अलावा, मध्य प्रदेश के ग्वालियर संभाग और ओडिशा के कुछ हिस्सों में भी धुंध बनी रहेगी। उत्तर प्रदेश और बिहार के अधिकांश इलाकों में ‘शीत दिन’ (Cold Day) जैसी स्थिति बनी रहेगी, जहाँ सूर्य की रोशनी कम मिलने से कड़ाके की ठंड महसूस होगी। साथ ही, राजस्थान के उत्तरी भागों और मध्य प्रदेश में शीतलहर का प्रकोप भी जारी रहने की संभावना है।
वर्ष के अंतिम दिनों में बारिश और बर्फबारी का पूर्वानुमान
मौसम में मुख्य बदलाव 31 दिसंबर यानी साल के आखिरी दिन से शुरू होगा। पाकिस्तान के रास्ते आने वाला नया पश्चिमी विक्षोभ राजस्थान और गुजरात के सीमावर्ती इलाकों में सक्रिय होगा। इसके प्रभाव से गुजरात के कच्छ और मोरबी के साथ-साथ राजस्थान के जैसलमेर, बीकानेर, पाली और राजसमंद जैसे पश्चिमी और मध्य जिलों में हल्की बारिश या बौछारें पड़ने की उम्मीद है। इसी दौरान पंजाब और हरियाणा के पश्चिमी हिस्सों में भी देर रात तक बारिश की गतिविधियां शुरू हो सकती हैं। पहाड़ों पर जम्मू-कश्मीर और लडाख में बर्फबारी जारी रहेगी, हालांकि शिमला जैसे पर्यटन स्थलों पर बर्फबारी के लिए अभी थोड़ा और इंतजार करना पड़ सकता है।
नए साल का स्वागत बारिश और कड़ाके की ठंड के साथ
1 जनवरी 2026 को नए साल की शुरुआत उत्तर भारत के कई राज्यों में बारिश के साथ होने की प्रबल संभावना है। दिल्ली-एनसीआर, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, पूर्वी राजस्थान और हरियाणा के अधिकांश हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की जा सकती है। हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के निचले इलाकों में बारिश और ऊंचे पहाड़ों पर अच्छी बर्फबारी का दौर देखने को मिलेगा। इस मौसमी बदलाव के कारण उत्तर भारत के तापमान में और अधिक गिरावट आएगी, जिससे जनवरी के शुरुआती दिनों में ठंड का प्रकोप काफी बढ़ जाएगा।